A conversation in the form of couplets with @romeomustdiee ^_^
Kucchh Aur Baat Hoti..
तेरी रहगुज़र से जाते, तो कुछ और बात होती
तेरे ख्वाबों में आते तो कुछ और बात होती
वो नक़ाब खुद उठाते, तो कुछ और बात होती
वो हंसके हमें मनाते तो कुछ और बात होती
वो निगाह से पिलाते, तो कुछ और बात होती
वोह साथ चलते चलते हाथ थाम लेते तो कुछ और बात होती||
Dil Ki Dastaan..
कुछ तो मज़बूरियाँ रही होंगी, यूँ ही कोई बेवफा नहीं होता
ये कहकर वो चले गए पर दिल का दर्द है जो दफा नहीं होता..
दिल-ए नादां तुझे हुआ क्या है / अख़िर इस दर्द की दवा क्या है
दिल का है ये शौक पुराना.. मर्ज़ खुद ही है और पूछता है दवा क्या है||